यह आकलन किया जा रहा है कि क्या कोविशील्ड का सिंगल शॉट ही वायरस से लड़ने में प्रभावी है दरअसल, जॉनसन एंड जॉनसन, स्पूतनिक लाइट और कोविशील्ड वैक्सीन एक ही तरह के प्रोसेस से बने हैं.
जॉनसन एंड जॉनसन और स्पूतनिक लाइट सिंगल डोज की ही वैक्सीन हैं. ऐसे में यह आकलन किया जा रहा है कि क्या उसी प्रोसेस से तैयार की गई कोविशील्ड का भी सिंगल शॉट प्रभावी रह सकता है या नहीं. अगर यह रिसर्च सफल रहता है तो इससे सरकार को दोगुनी जनसंख्या को कवर करने में मदद मिलेगी.
केंद्र सरकार ने कोविशील्ड की दो वैक्सीन की डोज के बीच में 12 से 16 हफ्तों का अंतराल तय किया है, जो शुरुआत में एक महीने था. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने सलाह देते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण से रिकवर होने के तीन माह बाद टीकाकरण करना उचित है.
बताया गया है कि यदि वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद कोई कोरोना संक्रमित हो जाता है तो दूसरी डोज तीन माह बाद ली जानी चाहिए.