सड़कों पर कीलों से लेकर सीमेंट की दीवारों तक ये है प्रशासन के इंतेज़ाम
अगर अप दिल्ली आने की कोशिश कर रहे है औरआपको सड़कों पर कंटीले तार, बैरिकेडिंग, सीमेंट से बैरिकेडिंग, खाई और नुकीले सरिया वगैरह देखने को मिलें, तो समझ जाइएगा आप दिल्ली बॉर्डर पर हैं.
दरअसल ये सारे इंतेज़ाम प्रशासन ने किसान और उनके ट्रैक्टरों को दिल्ली में दाख़िल होने से रोकने के लिए किए है अक्सर रोड़ बंद करने का इलज़ाम धरना करने वालों पर लगता है पर ऐसा लगता है जैसे धरना देने वालों से ज़्यादा प्रशासन लोगों को परेशान करता है.
इस बीच किसान एकता मोर्चा ने ऐलान कर दिया है के 6 फरवरी को देशभर में 3 घंटे के लिए चक्का जाम किया जाएगा. ऐसे में पुलिस पर दबाव काफ़ी बढ़ गया है, जिसे देखते हुए सोमवार को पुलिस कर्मियों की निगरानी में श्रमिकों ने सिंघु बॉर्डर पर सीमेंट की दीवारे बनाई और सड़कों पर लोहे की कीले लगाई.
इसी के साथ दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित हाईवे पर भी रास्ते पर सीमेंट की दीवार खड़ी कर दी गई है. ग़ाज़ीपुर में दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा बिल्कुल पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है.
प्रांतीय सशस्त्र बल और रैपिड एक्शन फोर्स सहित सैकड़ों सुरक्षाकर्मी मौके पर तैनात हैं. पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है. पूरे बॉर्डर कई लेयर में बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही कंटीले तार भी बिछाए गए हैं.