भारत में हर साल हज़ारों मर्डर केस सामने आते हैं. इसमें से कुछ मामलों को पुलिस सुलझा लेती है, लेकिन कुछ सालों साल कोर्ट की धूल खाती फ़ाइलों में क़ैद हो जाती हैं. भारत में आज भी ऐसे कई मामले हैं, जिनमें आरोपी का पता तक नहीं चल पाया है.
1. आरुषि मर्डर मिस्ट्री
आरुषि मर्डर केस भारत का सबसे चर्चित मर्डर केस है. 16 मई, 2008 की रात नोएडा के रहने वाले डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नूपुर तलवार की 14 साल की बेटी आरुषि और 45 वर्षीय घरेलु नौकर हेमराज की किसी ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी.
रुषि के माता पिता को उनके मर्डर के इलज़ाम में जेल तक जाना पड़ा, लेकिन सबूतों के अभाव में उन्हें छोड़ दिया गया. सीबीआई आज तक आरोपी को खोज नहीं पाई है.
2. सुनंदा पुष्कर केस
17 जनवरी, 2014 को कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर दिल्ली के 5 स्टार होटल ‘लीला पैलेस’ के कमरे में मृत पाई पाई गई थीं
3. प्रधुम्न ठाकुर मर्डर केस
8 सितंबर 2017 को गुड़गांव के ‘रेयान इंटरनेशनल स्कूल’ के वॉशरूम में दूसरी कक्षा का छात्र प्रधुम्न ठाकुर मृत पाया गया था. प्रधुम्न ठाकुर के साथ यौन-हमले के शक में पुलिस द्वारा स्कूल बस कंडक्टर को गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन उस पर आरोप सिद्ध नहीं हो पाए थे.
4. लाल बहादुर शास्त्री मर्डर मिस्ट्री
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का 11 जनवरी, 1966 को हार्ट अटैक के चलते रूस के ‘ताशकंद’ में निधन हो गया था. लेकिन उनकी मौत की थ्योरी पर आज भी सवाल उठाए जाते हैं. रूस में ‘ताशकंद समझौते’ पर हस्ताक्षर करने के एक दिन बाद शास्त्री जी की मौत हो गयी थी.