तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने कपड़े उतारकर अर्धनग्न हालत में प्रदर्शन किया।
हरियाणा: दहिया खाप के गांवों से पहुंचे किसान कड़ाके की सर्दी में अर्धनग्न हालत में धरने पर बैठे। हरियाणा के किसानों को समर्थन देने के लिए महिलाएं भी प्राचीन वेशभूषा घाघरी-कुर्ता व चुंदड़ी में पहुंचीं।
पंजाब के किसानों ने भी आज राष्ट्रपति के नाम खून से चिट्ठी लिखकर भेजी।
बुधवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर धरनास्थल पर ही किसान दिवस मनाया। हरियाणा के दहिया खाप के किसान तो सुबह 7 बजे से अर्धनग्न हालत में धरने पर बैठ गए।
कड़ाके की ठंड में किसान चांद पहलवान, कृष्ण दहिया, गांधी ठेकेदार, मित्रसिंह, जयभगवान दहिया खेड़ी मनाजात, राजबीर सिसाना, सांडू दहिया, बंटा दहिया, दीपक ठेकेदार ने प्रदर्शन किया।
चांद ने कहा कि मोदी सरकार ने ऐसा कानून बनाया है। यदि लागू हो गया तो तन पर कपड़े भी नहीं बचेंगे। यदि सरकर न मानी तो सैकड़ों किसान अर्धनग्न होकर संसद तक जाएंगे। इधर, सिसाना गांव से 8 ट्रैक्टर-ट्राॅलियों में दहिया खाप के किसान सब्जी, दूध, फल, लकड़ी लेकर धरनास्थल पर पहुंचे।