farmers captured man on singhu border claims planned to kill farmer leaders

किसानों ने संदिग्ध युवक को हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया है. हरियाणा के रहने वाले इस शख्स का अब पुलिस के सामने का कबूलनामा सामने आया है.

दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा था. किसान नेताओं का दावा है कि उसने किसी पुलिसवाले का नाम लिया था. 

अब शनिवार इस युवक का कबूलनामा सामने आया है, जिसमें उसने कहा कि एसएचओ प्रदीप कोई है ही नहीं. दरअसल, किसान नेताओं ने शुक्रवार को  प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान हिंसा भड़काने की साजिश की जा रही थी.

पीसी में दावा किया गया कि किसान नेताओं की हत्या की भी योजना थी. प्रदर्शकारी किसानों का दावा है कि उन्होंने एक लड़के को पकड़ा है, जिसका कहना है कि वह ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़काने और किसान नेताओं की हत्या करने के लिए तैयार की गई 10 सदस्यीय टीम का हिस्सा है.

युवक ने एक पुलिस अधिकारी का नाम लिया था. किसानों ने संदिग्ध युवक को हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया है. हरियाणा के रहने वाले इस शख्स का अब पुलिस के सामने का कबूलनामा सामने आया है. उसने दावा किया है कि वह दिल्ली अपने किसी परिचित के यहां आया था.

मैं 19 जनवरी की शाम को कुंडली इलाके में जा रहा था, मुझे पकड़ लिया गया. मुझे कैंप में ले जाकर पिटाई की गई.

अगले दिन मुझसे कहा गया कि जो हम कहेंगे वो तुम्हें करना होगा.दिल्ली बॉर्डर से पकड़े गए शख्स का दावा है कि प्रदीप एसएचओ झूठ है, प्रदीप एसएचओ कोई है ही नहीं तो वो कहां से भेजेगा.

कोई हथियार आए नहीं हैं तो वो मिलेंगे कैसे.बता दें कि सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए लड़के ने राई के एसएचओ प्रदीप का नाम लिया था और कहा कि उसने किसानों की हत्या करने की प्लानिंग की है जबकि एसएचओ राई का नाम विवेक मलिक है.

इस थाने में प्रदीप नाम का कोई और पुलिसवाला नहीं है. राई थाने में पिछले 7 महीने से तैनात एसएचओ विवेक मालिक का कहना है कि “मैं भी पीसी लाइव देख रहा था. मैं खुद हैरान हूं.”

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