मैं औरतों को नहीं खाता क्यूंकी आदमियों का मास ज़्यादा स्वाद होता है
ये कहना था डोरंगेल वर्गास का जी हा अपने सही सुना जब वो पकड़ा गया तो उनसे पुलिस को यही बात बोली, उसने वेनुजुएला में 10 से ज़्यादा लोगों का मारकर खाने की बात स्वीकार की थी. हालांकि, पुलिस ने उस पर 40 से ज़्यादा लोगों का मारकर खाने का आरोप लगाया था.
पहले उसने दूसरों के मवेशी चोरी कर खाना शुरु कीये. लेकिन बाद में उसने मवेशियों की जगह इंसानों का शिकार करना शुरू कर दिया. फिर वो वर्गास तचिरा राज्य के सैन क्रिस्टोबल शहर के एक पार्क में रहने लगा. यहां आने वाले लोगों की पहले वो बेरहमी से हत्या करता था और बाद में उन्हें पकाकर खाता था.
एक के बाद एक हो रही इन हत्याओं ने पुलिस का ध्यान वर्गास की ओर खींचा. पुलिस को शक था कि हो न हो इन हत्याओं के पीछे वर्गास का ही हाथ है. हालांकि, वर्गास बड़ी ही चालाकी से लाशों को छिपा दिया करता था.
मगर उसकी करतूत जल्द ही पुलिस की नज़र में आ गई. पुलिस ने जब उसकी झोपड़ी की तलाशी ली, तो उसमें इंसानी मांस के लोथड़े और कई अंग बरामद किए. साथ ही, शरीर के कुछ टुकड़े बर्तनों से भी मिले.
आंखों का सूप और इंसानी ज़ुबान से बनाता था स्टू
जब साल 1999 में पुलिस ने उसे गिरफ़्तार किया तो पूछताछ में उसने 10 लोगों की हत्या कर उनका मास खाने की बात मानी और आगे उसने कहा
‘हां, मैं लोगों का मारकर खाता हूं. ऐसा सभी कर सकते हैं. लेकिन बीमारी से बचने के लिए पहले मांस को अच्छे से धोना चाहिए. मैं शरीर के कुछ ही हिस्सों को खाता हूं. ख़ासतौर से जांघें. नाक, कान और हाथ नहीं खाता, वो सख़्त होते हैं. मैं ज़ुबान का स्वादिष्ट स्टू और आंखों से पौष्टिक सूप तैयार करता हूं. हालांकि, मैं औरतों के बजाय आदमियों को खाना पसंद करता हूं. लेकिन मोटे आदमी नहीं, क्योंकि उनमें कोलेस्ट्रॉल ज़्यादा होता है.’