ल्दीबेरा गांव के रहने वाले 60 साल के बुज़ुर्ग जेठू कोटवार 10 किमी पैदल चलकर टीकाकरण केंद्र पहुंचे थे.
झारखंड में कथित तौर पर कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद किसी की मौत होने का पहला मामला सामने आया है. जिसके बाद से इलाके मे बवाल मच गया है दरअसल सिमडेगा जिले के केशरपुर पंचायत के हल्दीबेरा गांव के रहने वाले 60 साल के बुज़ुर्ग जेठू कोटवार 10 किमी पैदल चलकर टीकाकरण केंद्र पहुंचे थे. यहां कथित तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने के बाद उनकी मौत हो गई.
बताया गया कि जेठू कोटवार ने 19 मार्च को टीका लगवाया, जिसके बाद उनकी हालत ख़राब हो गई. वो तुरंत ही उल्टी करने लगे, जिसके बाद उन्हें टीकाकरण केंद्र से इलाज के लिए सिमडेगा सदर अस्पताल ले जाया गया.
लेकिन हालत बिगड़ती देख उन्हें राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) रेफ़र कर दिया गया. हालांकि, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. इस बीच, सिमडेगा के सिविल सर्जन डॉ. पी. के. सिन्हा ने कहा कि अभी इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है कि शख़्स की तबियत वैक्सीन लेने के कारण बिगड़ी है.
उन्होंने बताया, ‘कोटवार को शुक्रवार सुबह 11.40 बजे के आसपास टीका लगाया गया था, जिसके बाद वो बीमार पड़ गए और उन्हें सदर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें RIMS रेफ़र कर दिया गया.’वहीं, मृतक जेठू के बेटे करमदयाल ने कहा कि उनके पिता और माता मोनिका देवी टीका लगवाने पंचायत भवन गए थे.
यहां वो दोनों 10 किमी पैदल चलकर पहुंचे थे. वैक्सीन लगने के कुछ मिनट बाद वो बीमार पड़ गए. परिजनों का आरोप है कि जेठू कोटवार की मौत कोरोना वैक्सीन लगने के कारण हुई है.