इतना आसान नहीं होता सियाचिन में ड्यूटी करना, देखे भारतीय सेना तस्वीरे
जैसे जैसे भारत में सर्दी का मौसन दस्तक दे रहा है लोगों के गरम कपड़े भी बाहर निकल रहे है, जहा हम लोगों से 3,4 डिग्री सेल्सियस के तापमान में सर्दी बर्दस्त नहीं होती मोटी मोटी जैकिट निकाल लेटे है.
क्या आपको पता है सियाचिन की खून जमाने वाली सर्दी में हमारे जवाल साल भर ड्यूटी करते है. जी हा अपने सही सुना और अब आपको वह का तापमान भी बता देते है वह का तापमान माइनस 40 डिग्री से माइनस 70 डिग्री रहता है.
जब हम मई जून मे गर्मी मे जुलसते है वो तब भी सियाचिन में हमारे जवान माइनस 40 डिग्री से माइनस 70 डिग्री के तापमान में ड्यूटी कर रहे होते हैं.
जवानों की ज़िंदगी कैसी रहती है सियाचिन में हमारे शरीर में इसकी कल्पना मात्र से ही ठिठुरन पैदा हो जाती है.
भारतीय जवानों के लिए सियाचिन में काम करना सबसे मुश्किल होता है. सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा और मुश्किल वॉरज़ोन माना जाता है.
क़रीब 21,700 फ़ीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर में तैनात भारतीय जवानों को कई तरह की मुश्किलों और खतरों का सामना करना पड़ता है. लेकिन ये जवान अपनी जान की परवाह किए बग़ैर विपरीत से विपरीत परिस्तिथियों में जाकर देश सेवा करते हैं
आए देखते है सियाचिन की कुछ तस्वीरे
![indian army at siachen border](https://bawalbharti.com/wp-content/uploads/2020/12/photo-1024x768.gif)
![indian army at siachen border](https://bawalbharti.com/wp-content/uploads/2020/12/indian-army-personnel-deployed-in-siachen-will-receive-life-support-system-e1607844998997-1024x576.jpg)
![indian army at siachen border](https://bawalbharti.com/wp-content/uploads/2020/12/siachen-glacier-1200-e1607845121412-1024x665.jpg)
![indian army at siachen border](https://bawalbharti.com/wp-content/uploads/2020/12/Siachen-jawans-Pune-couple-1024x536.jpg)
source scoopwoop