‘मैं अभी ज़िंदा हूं और ज़िंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं इसलिए प्लीज़ मुझे ना मारें.
बॉलीवुड एक्टर अध्ययन सुमन ने मीडिया में फ़ैल रही उनकी सुसाइड की झूठी ख़बरों के बाद आख़िरकार इस मामले में अपनी बात राखी है. दरअसल एक चैनल ने अपनी स्टोरी में कह दिया था कि अध्ययन सुमन ने सुसाइड कर अपनी जान ले ली है.
shekhar to take legal action against the news channel giving false news of son’s suicide
इस बारे मे बात करते हुए उन्होंने कहा मीडिया से कहा, ‘मेरी मां तक जैसे ही ये ख़बर पहुंची उन्हें गहरा सदमा लगा. उन्होंने मुझे कॉल करना शुरू कर दिया, लेकिन मैं जवाब नहीं दे सका, क्योंकि मैं उस वक्त एक मीटिंग में था. अगर मैंने सुसाइड कर लिया है तो ये क्या मेरा भूत आपसे बात कर रहा है. ये बेहद शर्मनाक बात है’.
उन्होंने इस बारे मे एक विडिओ भी बनाया और उसको सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया इस ख़बर का खंडन करते हुए कहा, ‘मैं अभी ज़िंदा हूं और ज़िंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हूं इसलिए प्लीज़ मुझे ना मारें.
बहुत से लोगों ने मुझे प्रोफ़ेशनली मारने की कोशिश की थी. मैं प्रोफेशनली मर चुका था, लेकिन अभी फिर से अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रहा हूं. मुझे मैसेज भेजने वालों का शुक्रिया.
जब ये बात पिता शेखर सुमन को पता लगी तो उन्होंने 21 फ़रवरी को ट्वीट कर बेटे की मौत की ख़बर फैलाने वाले चैनल के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी.
शेखर सुमन ने न्यूज़ चैनल की ख़बर की विडिओ शेयर करते हुए लिखा, ‘इस अफ़वाह से हम बेहद दुःखी हैं और अभी तक इस सदमे से बाहर नहीं निकल सके हैं.
और आगे कहा मैं ज़ी न्यूज़ की इस हरक़त के ख़िलाफ़ चैनल को बैन करने की गुज़ारिश करता हूं. ताकि किसी और के साथ ऐसा ना हो. मैं उचित क़ानूनी कार्रवाई भी करने जा रहा हूं’.
इस सब बवाल के बाद सोमवार को शेखर ने चैनल द्वारा ग़लती के लिए माफ़ी मांगने के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘इस घिनौने काम के लिए माफ़ी मांगना काफ़ी नहीं है.
चैनल के सीनियर लोगों को शर्म आनी चाहिए और इस बड़ी चूक को स्वीकार करना चाहिए. अगर उन्होंने ऐसा किसी बड़े नेता के साथ किया होता तो उनका लाइसेंस निरस्त हो जाता’.