ये कविता हरिप्रियारी की कलम से है.
जीवन है सुख दुख का मिश्रण
कई सारी आती हैं समस्याएं
जीवन के पथ पर !
समस्याओं को ही
हल करके आगे बढ़ना
है हमारा लक्ष्य!!

है मूल्य बहुत जीवन का!
नहीं पता किसी को
जीएंगे कब तक
लगता है डर कभी कभी!
होगा क्या इस संसार से
जाने के बाद?
होगा जन्म दुबारा?

पूछती हूं सवाल मन में
यही अक्सर!
जानते हैं सभी मनुष्य
जाना है एक ना एक दिन।
बस, बात है आगे पीछे की।
हर घंटे, हर पल, हर क्षण
कुछ ना कुछ करना है धर्म का कर्म।
मिलेगी तब मन को शांति।
मानते हैं अच्छा काम करेंगे तो मिलेगा स्वर्ग
और बुरा करें तो मिलेगा नर्क।
चाहते हैं सभी मनुष्य इस संसार में,

जन्म जन्मांतर तक नाम अमर हो जाए।
मांगते हैं दुआ भगवान से
सुखी जीवन और लंबी आयु के लिए।
जपते हैं सुबह – शाम – दिन – रात
भगवान का नाम।
यही है जीवन मानव का।।
✍🏻हरिप्रियारी