मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ रहने वाले सोनल शाह को बाइडन की टीम में मौका नहीं मिला है
Joe Biden अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए हैं. बुधवार को उन्होंने शपथ ली. उनकी टीम में किसे जगह दी गई है और किसे नहीं इसको लेकर अब चर्चा शुरू हो गई है.
कहा जा रही है कि उनकी टीम में ऐसे लोगों को जगह नहीं दी गई है जिनके तार भारत में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) या फिर बीजेपी से जुड़े हैं. बिडेन की टीम में लगभग 20 भारतीय-अमेरिकियों को नियुक्त किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि बराक ओबामा के कार्यकाल के दौरान उनके साथ रहने वाले सोनल शाह को बाइडन की टीम में मौका नहीं मिला है.
इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान बाइडन के साथ काम करने वाले अमित जानी को भी बाहर रखा गया है. कहा जा रहा है कि जानी के तार बीजेपी और आरएसएस से जुड़े हैं. दरअसल भारत और अमेरिका के कई संगठनों ने ये मुद्दा उठाया था.
सोनल शाह के RSS से रिश्ते
दरअसल सोनल शाह के पिता का RSS-BJP से पुराना नाता है. उनके पिता RSS द्वारा संचालित एकल विद्यालय के फाउंडर रहे हैं. सोनल भी इस संस्था के लिए पैसे इकट्ठा करती थी.
अमित जानी को दोबारा राष्ट्रीय एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीप समूह के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था. कहा जाता है कि उनके परिवार के पीएम मोदी और दूसरे भाजपा नेताओं के साथ संबंध हैं.
19 भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने बिडेन को लिखा है कि भारत में दूर-दराज के हिंदू संगठनों से संबंध रखने वाले कई दक्षिण एशियाई-अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ जुड़े हैं.
जो बाइडन ने इन्हे दिया मोका
जो बाइडन की टीम में सीनियर डिप्लोमैट उज़ारा ज़ेया को मौका दिया गया है. ज़ेया ने देवयानी खोबरागड़े के केस में अहम भूमिका निभाई थी.
नाकरिकता कानून और NRC के खिलाफ अमेरिका में रैली करने वाली समिरा फाज़िली को भी बाइडन ने अपनी टीम में शामिल किया है. लेकिन BJP और RSS से जुड़े किसी भी खख्स को बाइडेन ने अपनी टीम में जगह नहीं दी है.