पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन रविवार को 27वें दिन भी जारी रहा, जबकि चिकित्सकों ने बताया कि उनकी हालत ‘‘गंभीर है.”
खनौरी सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों ने फिर से कहा कि डल्लेवाल को हृदयाघात और कई अंगों के फेल हो जाने का खतरा है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि चिकित्सकों की सलाह के बाद वरिष्ठ किसान नेता रविवार को मंच पर नहीं आए.
बयान में कहा गया कि 27 दिनों से लगातार भूख हड़ताल करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो गई है, जिससे उन्हें संक्रमण का खतरा है.
डल्लेवाल की जांच करने वाले एक चिकित्सक ने खनौरी सीमा पर संवाददाताओं को बताया, ‘‘उनके हाथ-पैर ठंडे थे. भूख से उनके तंत्रिका तंत्र, यकृत और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों पर प्रभाव पड़ रहा है.
उनका रक्तचाप भी घट-बढ़ रहा है, कभी-कभी बहुत तेजी से गिर जाता है, जो चिंता का विषय है.’ डॉक्टर ‘5 रीवर्स हार्ट एसोसिएशन’ नामक एक गैर सरकारी संगठन के चिकित्सकों की टीम का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह सही से बातों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं.”