यूपी से भारतीय जनता पार्टी सांसद वरुण गांधी इस समय अपने ही पार्टी की सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार किए हैं. किसानों के आंदोलन से संबंधित मुद्दे पर वे केंद्र की एनडीए सरकार और कानून व्यवस्था के हालात पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हाल में निशाना साध चुके हैं.
ऐसे समय जब अगले ही वर्ष यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं, पीलीभीत से सांसद वरुण ने एक ट्वीट करके फिर राज्य की योगी सरकार और राज्य की पुलिस की कथित निरंकुशता पर वार’ किया है. अपने ट्ववीट के साथ उन्होंने एक वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमें बच्चे को गोद में लिए शख़्स पर एक पुलिसकर्मी लाठी बरसाता नजर आ रहा है.
वरुण गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सशक्त कानून व्यवस्था वह है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके.यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है.भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है. सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं.’
दरअसल, वरुण ने जो वीडियो पोस्ट किया है, वह कानपुर के देहात इलाके का बतायाजा रहा है. बच्चे को गोद में लिए एक शख़्स पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं. पुलिस ने न सिर्फ इस शख्स पर लाठियों से हमला किया, बल्कि उसके बच्चे को भी छीनने की कोशिश हुई.
पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने एक इंस्पेक्टर के हाथ पर काट लिया था. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. कानपुर देहात के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने घटना को लेकर बताया कि कुछ लोग इलाके में अराजकता फैला रहे थे,
अस्पताल की ओपीडी को बंद कर रहे थे और मरीजों को डरा रहे थे. हमने उन्हें रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया. वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने माना कि युवक पर अत्यधिक बल प्रयोग किया गया था.
हालांकि, उन्होंने कहा कि वह आदमी अस्पताल में निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश कर रहा था. जब पुलिस ने हस्तक्षेप करने और उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने एक पुलिस निरीक्षक का हाथ काट दिया.