आश्रम’ फ़ेम अनुप्रिया गोयनका ने बताया 18 साल की उम्र में एक बाबा ने की थी अश्लील हरकत
कई फ़िल्मों और वेब सीरीज़ में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुकी अनुप्रिया गोयनका इन दिनों बॉबी देओल के साथ आश्रम मे नज़र आरही है. वेब सीरीज़ मे उनके किरदार की खूब तारीफ़ हो रही है.
इन सब के बीच अनुप्रिया गोयनका ने एक छोंकने वाला खुलासा किया है उन्होंने कहा जब वो 18 साल की थी तब एक बाबा ने उनके साथ अश्लील हरकत करने की कोशिश की थी.
दरअसल ये बात तब सबने आई जब वो times of india से बात करते हुए अपनी ज़िंदगी के कई राज़ खोल रही थी. उन्होंने बताया कि जब वो परेशान होती हैं तो एक ज्योतिष के पास जाती हैं, अनुप्रिया ने एक ज्योतिषी के बारे में बताया,
जब भी मैं परेशान होती हूं या मुझे कुछ समझ नहीं आता, तो मैं ज्योतिष पास जाती हूं. उनके पास मुझे शांति का अनुभव होता है. ये एकदम ईश्वर की आवाज़ सुनने जेसा होता है. मगर मैं अपनी ज़िंदगी की बागडोर किसी के हाथों में नहीं दूंगी. इन सबके अलावा उन्होंने कहा मुझे अपनी मेहनत और अपनी क्षमताओं पर पूरा विश्वास रखने की आवश्यकता है. अगर कुछ चीज़ें मेरे लिए काम नहीं करती हैं, तो वे मेरी कमियों के कारण हैं या मेरे लिए नहीं हैं. एक इंसान आपके लिए कभी चमत्कार नहीं कर सकता है. मैं किसी पर भरोसा कर सकती हूं लेकिन उस व्यक्ति को मुझे कंट्रोल करने नहीं दे सकती.
उन्होंने आगे बताया
मेरे पिता बहुत आध्यात्मिक थे, लेकिन आध्यात्मिकता की मेरी और उनकी परिभाषा बिल्कुल अलग है. मेरे लिए आध्यात्म का मतलब, जब आप ब्रह्मांड में विश्वास करते हैं, तो हमें कुछ बाहरी ताक़तों के अस्तित्व पर विश्वास करना होता है जो हमारे ऊपर है. इसके अलावा अच्छे विचारों पर विश्वास करना और विश्वास करना एक बड़ी ताक़त है. मुझे भगवान पर विश्वास करना बेहतर महसूस कराता है और पॉज़िटिव एनर्जी देता है. मगर मेरे पिताजी के लिए, आध्यात्मिकता हमेशा बाबाओं और आध्यात्मिक गुरुओं का अनुसरण करने में थी. वो इन सबमें इतना खो गए कि इससे रिवार को मुश्किल का सामना करना पड़ा, वो कुछ करने में असमर्थ हो गए और परिवार पर मुश्किलों के बादल मंडराने लगे.
जब वो 18 साल की थी तो एक बाबा के साथ उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा था,
मेरे परिवार ने उन पर बहुत भरोसा किया, यहां तक कि मैं भी उस पर विश्वास करने लगी थी. वो वही बातें करता था जो सही थीं, उसकी बातें सुनकर मैं भी मान लेती थी, लेकिन उसने मेरा फ़ायदा उठाने की कोशिश की. तब मैं सिर्फ़ 18 साल की थी. उस बाबा ने मुझे काफ़ी लंबे समय तक डराया था.
वो आगे कहती है के …
मे इस बात से खुश हु के, कभी मैंने उसे फ़ायदा नहीं उठाने दिया. मैं उससे बचकर निकल गई. मुझे पता था कि मुझे अपने आपकी सुननी है. मुझे इन चीज़ों से लड़ना है. मैंने धीरे-धीरे उसके इरादों को समझने लगी थी और मैं समझ गई थी कि ये ग़लत है.