रात 8 बजे के क़रीब योगी सरकार के कुछ नेता अपने समर्थकों के साथ गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे. और वह पहुच कर खूब बवाल काटा
किसान ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद राइट विंग ऐक्टिव हो गया है किसानों पर तरह तरह के आरोप लग रहे है. बीटी रात गाज़ीपुर बॉर्डर पर पर खूब हंगामा हुआ दरअसल ‘किसान आंदोलन’ को रोकने के लिए गाज़ीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई थी.
और इसके बाद रात 8 बजे के क़रीब योगी सरकार के कुछ नेता अपने समर्थकों के साथ गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे. और वह पहुच कर खूब बवाल काटा
भाजपा के दो विधायकों पर ‘किसान आंदोलन’ को हिंसक बनाने का आरोप
इसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए यूपी भाजपा के दो विधायकों पर ‘किसान आंदोलन’ को हिंसक बनाने का आरोप लगाया.
हंगामे के बाद टिकैत बेहद भावुक नज़र आए. नम आंखों के साथ उन्होंने भाजपा पर वादा ख़िलाफ़ी का आरोप लगाते हुए कहा, जिन्हें अपना समझकर मैंने वोट दिया वही हमारे साथ ऐसा सलूक कर रहे हैं.
इसके बाद टिकैत ने ख़ुद को संभाला और एलान कर दिया कि चाहे उनकी जान ही क्यों न चली जाए, लेकिन ये आंदोलन ख़त्म नहीं होगा. देर रात तक चले बवाल के बाद रात 1 बजे के क़रीब पुलिस फ़ोर्स खाली हाथ लौट गई.
जबसे किसान नेता राकेश टिकेत का वो भावुक विडिओ viral हुआ है तब से किसान अब अपना आंदोलन और तेज़ कर रहे हैं. बीती रात से ही पड़ोसी राज्यों से किसानों के जत्थे दिल्ली की ओर रवाना होने शुरु हो गए थे.
भिवाणी, मेरठ, बागपत, से रात को ही किसान दिल्ली के लिए रवाना हो गए. शुक्रवार सुबह से ही ‘गाज़ीपुर बॉर्डर’ पर बड़ी संख्या में किसानों का आना जारी है. जहा रात मे 400 से 500 लोग गाज़ीपुर बॉर्डर थे सुबह होते होते हजारों किसान दुबारा गाज़ीपुर बॉर्डर पहुच गए.
आंदोलन को अब राजनीतिक पार्टियों का समर्थन भी मिलने लगा है
किसान आंदोलन को अब राजनीतिक पार्टियों का समर्थन भी मिलने लगा है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज दोपहर को गाज़ीपुर बॉर्डर का दोरा किया.
इसके अलावा रालोद नेता जयंत चौधरी शुक्रवार सुबह गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब से यूपी में योगी सरकार आई है, तभी से प्रदेश में धारा 144 लगी हुई है. पूरे स्टेट से शांति ही गायब हो गई है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर निशाना साधाते हुए कहा कि, पीएम हमारे किसानों पर वार करके भारत को कमज़ोर कर रहे हैं, इसमे फ़ायदा सिर्फ़ देश-विरोधी ताक़तों का होगा.
किसान आंदोलन के बढ़ते स्वरूप को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कई रूट को बंद कर दिया है. इसमें दिल्ली को गाज़ियाबाद से जोड़ने वाली NH-24 शामिल है. NH-24 व गाज़ीपुर बॉर्डर आने और जाने वाले मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
ट्रैफ़िक को डीएनडी और आनंद विहार की ओर डायवर्ट किया गया है. इसके अलावा सिंघु, औचंडी, मंगेश, सबोली, पियू मनियारी बॉर्डर बंद है. लामपुर, सफ़ियाबाद, सिंघु स्कूल और पल्ला टोल टैक्स बॉर्डर खुल गए हैं. किसान आंदोलन अब दिन ब दिन और तेज होता जा रहा है.