दक्षिणी उत्तर प्रदेश के हमीरपुर, बांदा और जालौन सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं, जहां बाढ़ का भीषण कहर देखने को मिल रहा है. मध्य उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में 67 गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं. पूरे उत्तर प्रदेश में 110 गांव पूरी तरह बाहरी दुनिया से कट चुके हैं.
प्रयागराज, गाजीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. यमुना भी पांच जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. पिछले 24 घंटे में प्रयागराज में 12 गुना अधिक वर्षा हुई है. पिछले 24 घंटे में समूचे उत्तर प्रदेश में 154 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है.
उत्तर प्रदेश में व्यापक वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण कई नदियां उफान पर हैं और राज्य में 24 जिलों के 600 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिससे हर तरफ तबाही का मंज़र है.