कोरोना ने पूरे देश मे हाहाकार मचा दिया है लोग मर रहे है पर उन्हे देखने वाला कोई नहीं है कई जगा तो कोरोना संक्रमण के चलते मौत होने की वजह से परिवार के सदस्यों ने ही शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. इस मुश्किल दौर में मधुस्मिता प्रुस्टी ने दुनिया के सामने इंसानियत की सच्ची मिसाल कायम की है.
मधुस्मिता प्रुस्टी ने कोरोना काल में भुवनेश्वर में कोविड संक्रमित और लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने में अपने पति की मदद करने के लिए नर्सिंग की नौकरी भी छोड़ दी. वह कोलकाता के फोर्टिस में नर्स की जॉब करती थीं,