इस सिनेमा घरों मे आज भी काफी लोगों की यादें जुड़ी है
बॉलीवुड फ़िल्मों के प्रति हमारा ये प्रेम दशकों पुराना है. भारत में सिनेमा के बिना ज़िंदगी अधूरी है. आज भले ही OTT का ज़माना हो, लेकिन फ़िल्म देखने का असली मज़ा तो थियेटर में ही है. और खास कर single screen theater में हीरो की एन्ट्री पर वो ताली और सीटी कोण भूल सकता है.
आज हम आपको दिल्ली के ऐसे सिनेमाहॉल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने दसकों तक राज़ किया यह फिल्मे एक हफ्ते मे नहीं सालों साल नहीं उतरती थी.
1- रीगल सिनेमा
दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ‘रीगल सिनेमा’ देश के सबसे पुराने सिनेमाहॉल में से एक है. 2 साल पहले इसे नया रूप देने के लिए बंद कर दिया गया. इस हॉल में एक साथ 694 लोगों के बैठने की क्षमता थी. ये दिल्ली का पहला सिनेमाहॉल था जहां हिंदी और इंग्लिश फ़िल्में प्रदर्शित हुई थीं.
2- प्लाज़ा सिनेमा
ये भी रीगल की तरह दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित है ‘प्लाज़ा सिनेमा’ की स्थापना 1933 में हुई थी. ये दिल्ली का दूसरा सबसे पुराना सिंगल स्क्रीन सिनेमाहॉल है. ये सिनेमाहॉल कई साल पहले सिंगल स्क्रीन से मल्टीस्क्रीन में बदल चुका है. ये अब ‘पीवीआर प्लाज़ा’ के नाम से जाना जाता है.
3- डेलाइट सिनेमा
दिल्ली के असफ़ अली रोड पर स्थित ‘डेलाइट’ सिनेमाहॉल की स्थापना सन 1955 में हुई थी. साल 2006 में इसका नवनिर्माण किया गया था. आज भी ये मल्टीप्लेक्स के दौर में भी ये सिनेमाहॉल काफ़ी मशहूर है.
4- शीला सिनेमा
दिल्ली के पहाड़गंज की DB गुप्ता रोड पर स्थित ‘शीला’ सिनेमाहॉल की स्थापना सन 1961 में हुई थी. ये भारत का पहला 70mm स्क्रीन वाला सिनेमाहॉल है. इस सिनेमाहॉल में एक साथ 980 लोगों के बैठने की क्षमता है, जो अब तक की सबसे अधिक है.