कल यानि 27 अगस्त को हॉट स्टार पर एक वेब सीरीज़ आई है नाम है the empire दरअसल ये Empire of the Moghul; by Alex Rutherford बुक पर आधारित है और इसे Emmay Entertainment ने बनाया है. पर जबसे ये सीरीज़ लॉन्च हुई है ट्वीटर पर #uninstallHotstar ट्रेंड कर रहा है.
बाबर और हुमायूं मध्य एशिया से आए थे. अकबर का जन्म तो उमरकोट में एक राजपूत के घर में हुआ था.
अकबर हिन्दुस्तान से बाहर कभी नहीं गए. अकबर के बाद जितने मुग़ल शासक हुए सब का जन्म हिन्दुस्तान में ही हुआ. इन्होंने तो हिन्दुस्तान के बाहर क़दम तक नहीं रखा. तब तो देश और विदेश की परिकल्पना भी नहीं थी. मुग़ल शासकों के वंशज कहां हैं? वे इस ज़मीन पर हैं या फिर यहीं मर खप गए. इससे पहले ख़िलजी और तुग़लक़ वंश के शासक थे. आख़िर इन सबके वंशज कहां हैं?
ये आए, यहां लड़ाइयां लड़ीं, बस गए और ख़त्म हो गए. विदेशी तो अंग्रेज़ थे. वे आए और 200 सालों तक लूटपाट कर वापस चले गए. विदेशी तो ये हुए. विदेशी आप उन्हें कैसे कहेंगे जो आए और यहीं बस गए और इसी मिट्टी में मिल गए.
किस लिहाज से आप इन्हें विदेशी कहेंगे? ये सिर्फ़ बाहर से आए थे इसलिए?
अगर देशी और विदेशी के आधार पर निकाल बाहर किया जाए तो क्विन एलिजाबेथ को भी ब्रिटेन छोड़ना पड़ेगा. इसलिए हम विदेशी राज केवल अंग्रेज़ों का कहते हैं क्योंकि वो आए और लूटपाट मचाकर चले गए.
जैसे अंग्रेज़ दक्षिण अफ़्रीका में गए और वहीं पर रह गए. अगर भारत में भी ऐसा ही करते तो उन्हें विदेशी नहीं कहा जाता. ग़ुलाम भारत तो 200 साल ही था. अंग्रेज़ों ने हमारा शोषण किया और करने के बाद निकल लिए. हमारे साथ उनका वास्ता शोषक और शोषित से ज़्यादा नहीं था.
वो मुग़लों की तरह यहां बस जाते तो कौन विदेशी कहता. क्या हम टॉम अल्टर को विदेशी कहते हैं? दुनिया का ऐसा कोई इलाक़ा नहीं है जहां से लोग आकर बसे हुए नहीं हैं. मुग़लों के शासन में संस्कृति का एक जबर्दस्त पहलू था. जिस भाषा में हम बात कर रहे हैं वो तो मध्यकालीन भाषा है. भाषा और खाना-पीना सारा कुछ इसी ज़माने की देन है.
अब इतिहास के मुद्दे बदल चुके हैं. अब फिर से लोग हिंदू बनाम मुस्लिम इतिहास लिखना चाहते हैं, जिसकी कोई प्रासंगिकता नहीं है. ये फिर से वहीं वापस जाना चाहते हैं.
– हरबंस मुखिया