टमाटर की कीमतों ने अब पेट्रोल को पछाड़ दिया है. Delhi NCR समेत देश के कई हिस्सों में टमाटर की कीमतें 100 से 120 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. टमाटर के सबसे बड़े उत्पादक आंध्र प्रदेश में इसकी कीमत 100 रुपये तक पहुंच गई है.
चेन्नई में भी टमाटर के तेवर चढ़े हैं और वो 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. थोक कारोबारियों के मुताबिक, सर्दियों के मौसम में टमाटर 20 रुपये प्रति किलो के आसपास रहता था, लेकिन आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में असामान्य बारिश के बाद बाढ़ से काफी फसल बर्बाद हो गई है और दाम आसमान छू रहे हैं. टमाटर ही नहीं प्याज और अन्य हरी सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं.
सब्जियों में इस महंगाई को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर हमले करने भी शुरू कर दिए हैं. आंध्र प्रदेश टमाटर का सबसे ज्यादा पैदावार करने वाला राज्य है, लेकिन बारिश और बाढ़ के बाद टमाटर के दाम उस राज्य में भी कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. बारिश से तो असर पड़ा ही है, साथ ही डीजल की ऊंची कीमतों के कारण भी टमाटर कुछ ज्यादा ही उछला है.
आंध्र प्रदेश में सामान्यतया टमाटर 58 हजार से ज्यादा हेक्टेयर इलाके में उत्पादन किया जाता है और राज्य में करीब 27 लाख मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है. चित्तूर के मदनपल्ले टमाटर का सबसे बड़ा बाजार माना जाता है. लेकिन इस साल टमाटर का सबसे ज्यादा उत्पादन करने वाले चित्तूर और अनंतपुर जिलों में बाढ़ का कहर फसलों पर देखने को मिला है.