Tag: No country is free during slave media

ग़ुलाम मीडिया के रहते कोई मुल्क़ आज़ाद नहीं होता: रविश कुमार

डिजिटल मीडिया आज़ाद आवाज़ों की जगह है और इस पर ‘सबसे बड़े जेलर’ की निगाहें हैं. अगर यही अच्छा है तो इस बजट में प्रधानमंत्री जेल बंदी योजना लॉन्च हो …