वकील तुषार मेहता ने कहा कि वो छोटी लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाता था और फिर उनकी हत्या कर उनका मांस पकाकर खाता था.
निठारी हत्याकांड मामले में सुप्रीम कोर्ट, इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा नौकर सुरेंद्र कोली को रिहा किए जाने का परीक्षण करेगा. इस मामले में यूपी सरकार और CBI की याचिका पर नोटिस जारी किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को नोटिस जारी किया और पहले से लंबित मामले के साथ इसे भी जोड़ा है. राज्य/CBI की ओर से SG तुषार मेहता ने कहा कि वह एक सीरियल किलर है उसे कैसे छोड़ा जा सकता है.
लड़कियों को मार पकाकर खाता था उनका मांस!
वकील तुषार मेहता ने कहा कि वो छोटी लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाता था और फिर उनकी हत्या कर उनका मांस पकाकर खाता था. ट्रायल कोर्ट ने मौत की सज़ा सुनाई थी, इसे पलट दिया गया. ये वाकई भयानक है.
दरअसल चार मई को सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के निठारी हत्याकांड में मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा बरी किए जाने को चुनौती देने वाली याचिका पर उत्तर प्रदेश सरकार/ CBI से जवाब मांगा था.
आरोपियों को इन मामलों में किया गया बरी
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोली को 12 मामलों में और पंढेर को 2 मामलों में बरी कर दिया था जबकि उन्हें पहले हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था और इन मामलों में ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी.
SC में दायर अपील के अनुसार, हाईकोर्ट ने मेडिकल साक्ष्य के साथ-साथ मजिस्ट्रेट द्वारा दर्ज किए गए आरोपी के न्यायिक कबूलनामे को गलत तरीके से खारिज कर दिया.