UP की पूर्व मुख्यमंत्री और बाहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को लोगों को सलाह दी है कि वे अपने दुखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अंधविश्वास व पाखंडवाद के बहकावे में न आएं.
यूपी के हाथरस में हुए हादसे पर सियासत जारी है. यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का कहना है कि गरीबों को ‘भोले बाबा’ जैसे बाबाओं के बहकावे में न आना चाहिए. साथ ही उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
मायावती का भोले बाबा उर्फ सूरजपाल पर दिया ये बयान ने सबको चौंकादिया है… दरअसल बाबा भी उसी जाति से आते हैं, जिससे मायावती हैं. पूर्व CM मायावती ने अपने X अकाउंट तीन पोस्ट किए.
मायावती ने कहा, “देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों आदि को दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अंधविश्वास व पाखंडवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह है.”
इधर, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भोले बाबा पर अभी तक कोई हमला नहीं किया है. सीएम योगी हाथरस में हादसे के पीडि़तों से मिलने पहुंचे थे, पर उन्होंने भोले बाबा पर किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया था.
और चोकाने वाली बात ये है के हाथरस हादसे पर यूपी पुलिस की FIR में भी भोले बाबा का नाम नहीं है. भोले बाबा के विरुद्ध FIR नहीं होने के प्रश्न पर सीएम योगी ने कहा कि प्रथम दृष्टया एफआईआर उन पर होती है जिन्होंने कार्यक्रम की परमिशन मांगी थी.
इसके बाद इसका दायरा बढ़ता है. निश्चित रूप से जो लोग भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे, वो सभी इसके दायरे में आएंगे.