फिल्मे कहानियों के ज़रिये हमें आईना दिखाने की कोशिश करती है. हालांकि, कई बार फ़िल्में अपनी सीमा पार कर देती हैं. ऐसा सेंसर बोर्ड को लगता है. इसलिये फ़िल्में रिलीज़ से पहले ही कंट्रोवर्सी में आती हैं. वहीं बॉलीवुड वालों का कहना है कि उन्हें फ़िल्म बनाने की स्वंत्रता चाहिये. वो इसलिये, क्योंकि रचनाओं की सीमा तय नहीं की जा सकती.
ये बहस काफ़ी सालों से चल रही पर अब तक सुनवाई नहीं हुई है. यही वजह है कि अच्छे कंटेंट वाली फ़िल्म इंडिया में लटका दी जाती हैं, पर विदेशों में तारीफ़ बाटोर लाती हैं.
ऐसे ही फिल्मों लिस्ट ले कर आए है हम लोग
1. Paanch
इस फिल्म मे हिंसा, ड्रग्स और गाली की वजह से फ़िल्म को CBFC सर्टीफ़िकेट नहीं दिया गया. काफ़ी विरोध और कट्स के बाद 2001 में फिल्म रिलीज़ करने की परमिशन मिली. पर फ़िल्म रिलीज़ करना भी निर्देशकों के लिये आसान नहीं रहा. पर इस फिल्म ने Filmfest Hamburg, Asian’s Cinefan Festival of Asian & Arab Cinema और Indian Film Festival of Los Angeles में ख़ूब बवाल काटा.
2. Unfreedom
इस फिल्म में समलैंगिक रिश्ते को दिखाया गया था. बस यही बात सेंसर बोर्ड को पसंद नहीं आई और इसे भारत मे बैन कर दिया गया. फिल्म ‘Unfreedom’ उत्तरी अमेरिका में रिलीज़ हुई.
3. Gandu
भारत के सभ्य लोगों के मुताबिक, फ़िल्म में Sexual सीन्स बहुत ज़्यादा थे, जिस वजह से लोगों ने फ़िल्म का विरोध किया और कहानी नहीं चल पाई. Osian Film Festival में फ़िल्म की सार्वजनिक स्क्रानिंग हुई और इसने वह खूब बवाल काटा.
4. Water
ये बवाली फिल्म दीपा मेहता ने बनाई थी. फ़िल्म में बनारस की विधावाओं के जीवन का वर्णन किया गया था. विवादों में घिरी फ़िल्म को 2007 में ‘U’ सर्टीफ़िकेट के साथ रिलीज़ किया गया. जिस फ़िल्म के लिये भारत में बवाल हुआ, उसे Toronto International Film Festival और Bangkok International Film Festival में तारीफ़ें मिलीं.
5. Chatrak
इस बंगाली फ़िल्म की शूटिंग कोलकाता में हुई थी. पा इस फिल्म के बारे मे ऐसा कहा गया कि फ़िल्म के ज़रिये न्यूडिटी परोसी जा रही थी. फ़िल्म को भारत में जगह नहीं मिली. पर उसे 2011 Cannes Film Festival में ख़ूब प्यार मिला.