गुरुग्राम। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण गुरुग्राम सहित दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सेे दूसरे प्रदेशों के लोगों का पलायन तेजी से शुरू हो गया है। वहीं, सोमवार को दिल्ली में एक सप्ताह का लॉकडाउन लगने के बाद लोगों में अपने जिले में भी लॉकडाउन का डर सताने लगा है।
मंगलवार को शहर के राजीव चौक के पास यूपी, राजस्थान, बिहार सहित अन्य प्रदेशों में जानेे वाली बसों से हजारों लोग सामान सहित अपनेे-अपने घरों को जा रहे हैं।
हालांकि, इस अवैध बस पार्किंग में कोविड-19 के नियमों का पालन भी नहीं हो रहा है। काफी संख्या में लोग बिना मास्क लगाए और बिना सामाजिक दूरी के ही एकत्र हो रहे हैं।
मंगलवार को यहां बसों में सीटों को लेकर काफी मारामारी रही। लोग सिफारिश लगाकर या फिर अधिक पैसे देकर सीटों की व्यवस्था करने में जुटे रहे। बावजूद इसके लोगों को सीट मिलने में दिक्कत हुई।
बस अड्डे दूसरे प्रदेशों को जाने वाले लोगों से खचाखच भरे हुए हैं। यहां ल तो कहीं कोविड से बचाव के नियम का पालन दिख रहा है और न मास्क-सैनिटाइजर।
लोगों में दोबारा लॉकडाउन का इतना डर है कि वे किसी भी हालत में जल्द से जल्द अपने घर पहुंचना चाहते हैं।
उत्तरप्रदेश के गोरखपुर के लिए जा रहे नीरज ने बताया कि वह अपनेे पिता और भाई के साथ गांव लौैट रहा है।
वह दिल्ली में नौकरी तथा सिकंदरपुर में रहता है, लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद गांव लौटने का फैसला किया हैै। ताकि बीते वर्ष की तरह पैैदल न निकलना पड़े।
वहीं, बलिया जा रहे रमेश तिवारी ने बताया कि वह गुुरुग्राम की एक निजी कंपनी में काम करता है। अब यहां पर कोरोना के केस बढ़ने से परेशानी हो सकती है।
क्योंकि सरकार कब लॉकडाउन लगा दे, पता नहीं है। ऐसे में यहीं फंसकर न रह जाएं। दिल्ली के हालातों को देखते हुुए घरवालों के बार-बार फोन आते हैं कि वापस लौट आओ।
दिल्ली जाने के लिए नहीं मिली कैब
काफी लोगों ने घर जाने के लिए दिल्ली रेलवे स्टेशन और आनंद विहार रेलवे स्टेशन से ट्रेनों की टिकट बुक करवाई है लेकिन दिल्ली में लॉकडाउन लगने के कारण कैब और टैक्सी वालेे दिल्ली ले जानेे को तैैयार नहीं हैं। ऐसे में लोग इधर-उधर से अपनी व्यवस्था करते दिखे।