उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की बेटी सदफ चौधरी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2020 में 23वीं रैंक हासिल करके सफलता की एक नई इबारत लिखी। मूल रूप से जोया की रहने वाली सदफ ने कैमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद 2016 में एक अमेरिकी बैंक में जॉब की।
इसके बाद 2018 में जॉब छोड़कर सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गईं। दो साल की कड़ी मेहनत के बाद बिना किसी कोचिंग के उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। नेशनल हाईवे किनारे बसे जिले के छोटे से कस्बे जोया की मूल निवासी सदफ ने इंटरमीडिएट तक की अपनी पढ़ाई एलएसए अमरोहा से पूरी की।
साल 2010 CBSE बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में वह 10 CGPA के साथ जिला टॉपर रहीं। साल 2012 में 91 प्रतिशत अंकों के साथ CBSE बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा पास की। इसके बाद JEE मेन्स परीक्षा पास की NIT जालंधर में दाखिला मिला।
यहां से कैमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की साल 2016 में एक अमेरिकी बैंक के साथ जुड़ीं और 2018 तक दिल्ली में अपनी प्रोफेशनल लाइफ को जारी रखा। साल 2018 में जॉब को छोड़ दिया। बिना किसी कोचिंग खुद के बल पर आईएएस बनने की तैयारी में जुट गईं।
दो साल की कड़ी मेहनत के बल पर शुक्रवार को आए IAS परीक्षा के नतीजों ने उन्हें बड़ी खुशी दी। मेरिट लिस्ट में 23वें पायदान पर उन्होंने जगह बनाई। जानकारी हुई तो खुद सदफ और उनके परिजनों व परिचितों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
फिलहाल छह महीने पहले ही सदफ का परिवार जोया से उत्तराखंड के रूड़की में शिफ्ट हुआ है। उनके पिता मोहम्मद इसरार बैंक प्रबंधक व माता शहबाज बानो गृहणी हैं।